*माॅबलिंचिंग के खिलाफ 6 जुलाई को दरभंगा में होगा कमिश्नरी तक विषाल विरोध प्रदर्शनः बेदारी कारवाँ*
दरभंगा- देश भर में लगातार कई वर्षों से एक ही समुदाय खासकर बेकसूर मुसलमानों की माॅबलिंचिंग के नाम पर हत्या की जा रही है। हालांकि कुछ जगहों पर मुसलमानों के अलावह भी दूसरे समुदाय के लोगों की माॅबलिंचिंग में में हत्या की गई है। लगातार माॅबलिंचिंग में बेकसूरों की हत्या की जा रही है जिसमें पुलिस प्रशासन की भुमिका भी किसी आतंकी भेड़ियों से कम नहीं है। पुलिस कस्टडी में थर्ड डिग्री देकर मार दिया जा रहा है। केन्द्र की सरकार बताए किया यही कानून और यही लोकतांत्रिक देश है? क्या यही सबका साथ सबका विकास है? देश से बाहर यहाँ के दलाल चैनल ऐंकर चीख चीख कर कहते हैं कि भारत सबसे ज्यादा अल्पसंख्यक, दलित सुरक्षित है जब्कि यह सरासर गलत है। भारतीय मुसलमान एवं दलित दहशत में हैं और कब किसकी हत्या कर दी जाए यह कहना मुश्किल है। घर से निकलने के बाद घर सुरक्षित लौटने की गारंटी नहीं है। कुछ वर्षों से लागातर भारतीय मुसलमानों को एकतरफा टारगेट कर मारा जा रहा है। देश की दोगली, गोदी मिडिया इसे दिखा नहीं रही है और खुदको चैथा स्तंभ बताती है। कभी किसी भी बेगुनाह को रास्ते में कोई भी झूठा इल्जाम लगाकर मार दिया जाता है, कभी किसी मौलवी को ट्रेन से फेंक दिया जाता है, कभी किसी को जय श्री राम का नारा नहीं लगाने पर जान से मार दिया जाता है, कभी किसी को गाय के नाम पर मार दिया जाता है, कभी किसी के घरों को लूट लिया जाता है, कभी किसी की ढ़ाढ़ी नोंच ली जाती है, कभी किसी बहन का दुपट्टा और नकाब खिंच लिया जाता है, कभी किसी का गला रेत दिया जता ह, कभी किसी को खंबें में बांधकर मार दिया जाता है और हद तो यह है कि इन सारी घटनों को अंजाम देने वाले दरिंदे आतंकादी विडियो बनाकर जनता में वायरल भी कर देता है। ऐसे आतंकियों को सरकार पूरी तरह से समर्थन करती है या फिर इस तरह के भेड़िए दरिंदे आतंकवादियों के सामने नतमस्तक बन चुकी है।
6 जुलाई 2019 को दरभंगा किलाघाट से सुबह 9 बजे मुंह पर काली पट्टी बांध कर हाथों में तख्ती लेकर लाखों की संख्या में लोग नाका 5, मौलागंज के रास्ते कमिष्नरी तक विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस प्रदर्शन को अंजुमन कारवान-ए-मिल्लत, अंजुमन खुद्दाम-ए-मिल्लत, विश्व युवा सशक्तिकरण संघ, मिथिला समाजवादी शक्ति, बिहार मुस्लिम युवा मोर्चा एवं अन्य संगठनों के एलावा अमन पसंद जनता का समर्थन प्राप्त है। जुलूस की तैयारी चल रही है। जुलूस को कामयाब बनाने के लिए अलहाज मोईनुद्दीन कुरैशी, अमानुल्लाह खान अल्लन, सिबगतुल्लाह खान डब्बु, तनवीर आलम नौशाद, रेयाज खान कादरी, डा0 यासिर खान, शर्फे आलम तमन्ना, जावेद इकबाल, मुमताज आलम एडवोकेट, कौसर इमाम हाशमी, प्रो0 शाकिर खलीक, नेयाज अहमद (पूर्व ए.डी.एम.), अंबर इमाम हाशमी, डा0 अब्दुल सलाम उर्फ मुन्ना खान (अध्यक्ष जाप), नफीस उल हक रिंकू (पूर्व वार्ड पार्षद), काजी अरशद रहमानी (इमारत शरिया, दरभंगा), ई0 इश्तियाक अहमद, अंजुमन खुदाम-ए-मिल्लत, आश मोहम्मद, फरीदुद्दीन रूस्तम, नवाब अख्तर, हाफिज लईक मंजर वाजदी, ई0 आर0ई0 खान, ज्वाईंट सेक्रेट्री अंजुमन करवान-ए-मिल्लत, सैयद खलिकुज्जमाँ (पप्पू), मो0 इसराफिल, डा0 राहत अली (प्रवक्ता), जावेद करीम जफर अंसारी, खालिद महमूद, गुलाम मोहम्मद, शमसुज्जोहा खान विकी, रजाउल्लाह अंसारी, मो0 आरजू खान, बदरूलहोदा खान, मो0 मोतिउर रहमान, अशरफ सुबहानी, मो0 हीरा, मो0 अफरोज, आश मोहम्मद, मो0 गुड्डू, नासिर हुसैन, लाल बाबू अंसारी, अशरफ जमाल, विजय कुमार झा, मो0 सरवर अली फैजी, डा0 यासिर खान, शाहिद खान, तनवीर खान, मो0 अशरफ, शाहनवाज अली खान (सन्नू खान), डॉ0 अहमद रहमानी, अंसार अहमद, राजू खान, मो0 नसीर खान, अबू अहमद खान, अंसार अहमद, इकरार अली, मोहम्मद इकरार, ई0 ईरशाद खान, साहिल खान, एहसानुल हक, अमन नवाज खान, मो0 शरफुद्दीन हामिद, मुजफ्फर चांद, दीदार हुसैन चांद, सालेह अतीक (बरही) आदि बड़ी संख्या में लोग लगे हुए हैं। बेकसूरों की हत्या पर अविलंब
रोक लगाने, माॅबलिंचिंग पर अविलंब कानून बनाने और केन्द्र सरकार से जितने बेकसूरों की अब तक हत्या की गई है सभी को मुआवजा एवं परिवार के सदस्यों को नोकरी देने की मांग, माॅबलिंचिंग जैसी घटनाओं को अंजाम देने वाले आरोपियों को फाँसी के फंदा तक पहुँचाने के लिए 6 जुलाई, 2019 को सुबह 9 बजे दरभंगा किलाघाट से कमिश्नरी के धरना स्थल मैदान से एक विरोध जुलूस निकाला जा रहा है।