चुनाव की सरगर्मी शुरू हो चुकी है बिहार में चुनाव होना है और हर तरफ रोना महामारी भी फैल रही है लगातार भारत का आंकड़ा बढ़ रहा है वही खुशी की बात और अच्छी बात के रिकवरी रेट भी बेहतर बिहार में विधानसभा का चुनाव होना है इसको लेकर जितनी भी राजनीतिक पार्टियां हैं सब अपनी अपनी ओर से विपक्षी दलों पर टिप्पणी का सिलसिला भी शुरू हो गया।
नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया है कि बीजेपी मजदूरों श्रमिक ट्रेन से भेज नहीं सकती मगर रैलियां करने में और अब जब के कोरोना वायरस महामारी है तो डिजिटल रैली होगी।
वर्चुअल रैली के प्रचार के लिए एक LED स्क्रीन पर औसत ख़र्च 20,000₹ है। BJP की आज की रैली में 72 हज़ार LED स्क्रीन लगाए गये हैं मतलब 144 करोड़ सिर्फ़ LED स्क्रीन पर खर्च किए जा रहे है।
श्रमिक एक्सप्रेस में मज़दूरों का किराया 600₹ था। वो किराया देने ना इनकी सरकार आगे आयी न ही BJP।
ग़रीबों के ख़ाली पेट, दुःख-दर्द और लाशों पर राजनीति करने वाले राजनीतिक गिद्धों की प्राथमिकता गरीब नहीं बल्कि चुनाव है।