बहेड़ी-. 2015 से ही सेवाशर्त का इंतजार कर रहे शिक्षकों को तब मायूसी हाथ लगी जब कैबिनट के द्वारा सेवाशर्त जारी करने के बदले सेवाशर्त कमेटी का पुनर्गठन किया गया।
शिक्षकों ने विभाग पर स्वयं की उपेक्षा तथा स्वयं के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए अन्य राज्य के भांति बिहार में भी शिक्षकों का संवर्ग गठित कर पंचायती राज्य से अलग करते हुए पुराने शिक्षकों की भांति सेवाशर्त, वेतनमान एवं अन्य सुविधा की मांग की तथा टीईटी एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ गोपगुट के बैनर तले बहेड़ी प्रखण्ड मुख्यालयों पर सोशल डिस्टनिंग का पालन करते हुए मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया।
कार्यक्रम को बिहार राज्य प्रारम्भिक शिक्षक संघ ने अपना समर्थन दिया। संघ के जिला प्रवक्ता धनन्जय झा ने कहा की नए सेवाशर्त के स्थान पर पूर्व से ही नियमित शिक्षकों के लिए जारी सेवाशर्त एवं वेतनमान को नियोजित शिक्षकों पर लागू किया जाए। सरकार समाज मे यह भ्रम फैलाना बन्द करे की वे शिक्षको को उम्मीद से ज्यादा दे रहे है। वही बिहार राज्य प्रारम्भिक शिक्षक संघ के प्रखण्ड अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा कि शिक्षकों के साथ भेदभाव पूर्ण रबैये पर अंकुश लगे एवं उनके जायज मांगो को पूरा किया जाए।
वही उपदेश कुमार व सुरेंद्र कुमार ठाकुर ने माह जून तक के वेतन भुगतान समेत सभी प्रकार के एरियर भुगतान की मांग किये। आज के पुतला दहन कार्यक्रम में जगन्नाथ यादव, अभय कुमार राठौड़, कार्तिक कुमार सिंह, अरविंद कुमार देव, राम बाबु पासवान, रमेश कुमार यादव, चंदन दास, चंद्रिका कुमार, अजीत कुमार दीनानाथ प्रसाद, सुधीर कुमार, रघुनाथ प्रसाद, कन्हैया कुमार आदि दर्जनों शिक्षकों ने भाग लिया.