*बाढ़ और कोरोना को लेकर जिलाधिकारी ने की ऑनलाईन बैठक*
*Ivermectin Tablet का वितरण कराने का दिया गया निर्देश*
समाहरणालय परिसर अवस्थित अम्बेदकर सभागार में जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. की अध्यक्षता में बाढ़ व कोरोना को लेकर ऑनलाईन बैठक की गई। बैठक में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के सभी अंचलाधिकारी को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि बाढ़ प्रभावित परिवारों के डाटा अंतिम रूप से पी.एफ.एम.एस. पर उपलब्ध करा दिया जाए।
समीक्षा में पाया गया कि बिरौल के द्वारा अभी तक 50 प्रतिशत् से अधिक डाटा की इन्ट्री की जानी है। जबकि सभी अंचलों के द्वारा लगभग डाटा की प्रविष्टि की जा चुकी है। बहादुरपुर, बहेड़ी एवं बेनीपुर के द्वारा भी शत प्रतिशत कार्य पूरा नहीं किया गया है, चारों अंचलाधिकारी के प्रति भी उन्होंने चिंता जाहिर की और कहा कि अभी तक अंतिम रूप से डाटा उपलब्ध नहीं कराया गया है, जिससे लाभुकों को राशि भेजने में विलंब हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि केवटी, किरतपुर, कुशेश्वरस्थान, गौड़ाबौराम, हनुमाननगर अंचल के द्वारा शत प्रतिशत डाटा की प्रविष्टि करा दी गयी है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर संबंधित अंचलों की स्थिति में सुधार नहीं होती है, तो संबंधित पदाधिकारी के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने सभी अंचलाधिकारियों को पंचायत एवं प्रखण्ड स्तर पर बाढ़ अनुश्रवण एवं निगरानी समिति से प्रस्तावित डाटा का अनुमोदन करा लेने के निर्देश दिए।
उन्होंने कोविड-19 के संक्रमण का रोकथाम को लेकर सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को अपने-अपने क्षेत्र के प्रत्येक स्थल/गाँव में कोविड-19 के प्रति जागरूकता लाने हेतु लगातार माइकिंग करवाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि *मास्क का उपयोग, सोशल डिस्टेसिंग का अनुपालन, बेवजह घर से न निकलने एवं बार-बार साबुन से हाथ धोतें रहने का प्रचार-प्रसार* करवाया जाए। मुखिया जी के स्तर से पंचायत के प्रत्येक परिवार के बीच मास्क का वितरण कराया गया है, यदि किसी पंचायत में मास्क का वितरण नहीं कराया गया है, तो प्रखंड विकास पदाधिकारी संबंधित मुखिया जी से समन्वय स्थापित कर मास्क का वितरण करवा दें। अगर कहीं से भी मास्क का वितरण नहीं होने की सूचना मिलेगी, तो संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी को जिम्मेवार माना जायेगा और उनके विरूद्ध भी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अपने चिकित्सक एवं चिकित्सा कर्मियों को पीपीई किट्स में होम आइसोलेशन वाले मरीजों के घर भ्रमण करावें तथा आसोलेशन वाले व्यक्ति से हाल-चाल लिया जाता रहे और भ्रमण का अभिलेख भी रखा जाए। साथ ही स्टेप वन संस्था द्वारा जिन होम आइसोलेशन के मरीजों की सूचना दी जा रही है,उनके यहाँ भी भ्रमण कर चिकित्सकों द्वारा उन्हें देखा जाए।
उन्होंने सिविल सर्जन डॉक्टर संजीव कुमार सिन्हा एवं डीपीएम श्री विशाल कुमार सिंह को कहा कि कोविड 19 के संक्रमण को रोकने के लिए Ivermectin Tablet का वितरण पॉजिटिव मरीज तथा उनके सम्पर्क वाले सभी लोगों एवं स्वास्थ्य कर्मियों के बीच कराया जाए।
उल्लेखनीय है कि Ivermectin Tablet पॉजिटिव मरीजों को लगातार 03 दिन, पॉजिटिव के सम्पर्क वाले को पहला दिन एवं 07वां दिन और स्वास्थ्य कर्मियों को पहला, सातवां एवं 30वां दिन रात में खाना खाने के 02 घंटे बाद खाना है। यह टेबलेट गर्भवती एवं धात्रृ महिला तथा 02 वर्ष तक के बच्चों के लिए प्रतिबंधित है। इस दवा से कोरोना के संक्रमण से बचने एवं संक्रमित व्यक्ति को जल्द स्वस्थ्य होने में लाभ मिलता है।
जिलाधिकारी ने सभी अनुमण्डल पदाधिकारी एवं थानाध्यक्ष को कोविड-19 की रोकथाम के लिए *मास्क अभियान* चलाते रहने का निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रखण्ड एवं अनुमण्डल स्तर पर प्रतिदिन *मास्क चेकिंग अभियान* चलाया जाए। चेकिंग अभियान के दौरान बिना मास्क वाले को जुर्माना करते हुए मास्क भी उपलब्ध कराया जाए। इसके लिए जीविका से पर्याप्त संख्या में मास्क क्रय कर लिया जाए।
उन्होंने त्यौहार के अवसर पर सभी पदाधिकारियों को संवेदनशील एवं सर्तक होकर अपने-अपने क्षेत्र में नजर बनाए रखने का निर्देश दिया तथा अफवाह फैलाने वाले पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया।
सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारियों को नल-जल योजना के अन्तर्गत किये जा रहे कार्य को 15 सितम्बर तक समाप्त कराने के निर्देश दिया गया।
बैठक में नगर आयुक्त श्री घनश्याम मीणा, सहायक समाहर्त्ता सुश्री प्रियंका रानी, उप विकास आयुक्त डॉ. कारी प्रसाद महतो, अपर समाहर्त्ता श्री विभूति रंजन चौधरी, जिला आपूर्त्ति पदाधिकारी श्री अजय कुमार, अनुमण्डल पदाधिकारी सदर श्री राकेश कुमार गुप्ता, सिविल सर्जन डॉ. संजीव कुमार सिन्हा सहित सभी संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।