दरभंगा के पारस ग्लोबल अस्पताल में एक मरीज को भर्ती कराया गया। जिनका नाम मोविज आफताब, उम्र 12 वर्ष, पिता का नाम हंजाला आफताब, पता – सकरी, मधुबनी के रहने वाले हैं। आज दिन को जब मोविज अपने घर के छत पे खेल रहा था तभी उसकी पैर पिछलने की वजह से वह छत से नीचे गिर पड़ा। जिसके बाद उसके दाईं हाथ में गंभीर रूप से चोट आ गई तथा हाथ की हड्डी टूट के बाहर आ जाने की वजह से उन्हें आननफानन में पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टर ने उनके ऑपरेशन करने की बात की। मरीज का काफी रक्त निकल जाने के वजह से उसका हीमोग्लबिन घट के 5.0 ग्राम पर आ गया। जिसके बाद मरीज के परिजनों के द्वारा काफी कोसिस की गई रक्त के व्यवस्था के लिए परन्तु डीएमसीएच के ब्लड बैंक में AB+ रक्त नहीं होने की वजह से उन्हें निराशा हाथ लगी। जिसके बाद उन्होंने फोन के माध्यम से मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय के जिला अध्यक्ष विवेक कुमार चौधरी से बात की और उन्हें सारी घटना से अवगत करवाया गया। जिसके बाद श्री चौधरी ने अपने फेसबुक के माध्यम से इनकी रक्त की जरूरत को साझा किया, जिसे देखते ही अल्लपट्टी मोहल्ला के निवासी राज रबीस (उर्फ गोलू ) ने अपना दूसरा रक्तदान (AB+) करने को तैयार हो गए।
राज रवीश उर्फ गोलू ने कहा कि मैं हमेशा से अपने समाज के लिए कुछ कर गुजरने की सोच रखता हूं तथा में इस पल का बेसब्री से इंतजार कर रहा था कि मैं अपने समाज के लिए कुछ सेवा कर सकू। उन्होंने मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय के जिला अध्यक्ष विवेक कुमार चौधरी को धन्यवाद अदा किया।
श्री चौधरी ने कहा कि इस महामारी के घड़ी में हम सभी युवाओं को अपने समाज के लिए एकजुट होकर समाज हित में कार्य करना चाहिए। तथा उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले समय में मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय दरभंगा जिला इकाई की ओर से बहुत जल्द रक्त दाताओं के लिए कुछ घोषणाएं भी की जाएंगी।