दरभंगा.वर्ष 2015 से ही नियोजित शिक्षकों के लिए सेवाशर्त निर्धारण के लिए गठित कमेटी का कैबिनट बैठक में पुनर्गठन की स्वीकृति मिलने पर टीईटी एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक गोपगुट के जिला प्रवक्ता धनन्जय झा एवं कार्यकारिणी सदस्य सोनू मिश्रा ने बयान जारी करते हुए छलावा बताया है।
आगे उन्होंने कहा कि यह कितनी बड़ी विडंबना है की पिछले पांच वर्ष में सरकार के द्वार पांच पन्ने के सेवाशर्त का निर्धारण तक नही किया गया जो विभाग की नियोजित शिक्षकों के प्रति संवेदनहीनता को परिलक्षित करती है। विगत समय मे हमारे राष्ट्र में एक विशेष वर्ग को बंधुआ मजदूर कहा जाता था जिनके साथ हुए शोषण किसी से छिपा हुआ नही है वही हालात आज नियोजित शिक्षकों की हो गई जिनसे काम तो कई सारे लिए जाते है लेकिन जब उनके अधिकार की बारी आती है तब विभाग और सरकार कान में रुई देकर सो जाती है।
78 दिन के ऐतिहासिक हड़ताल के बाद जब सरकार से वार्ता हुई थी तो यह आश्वस्त किया गया था कि स्तिथि सामान्य होते ही शिक्षक संघ के प्रतिनिधि के साथ वार्ता की जाएगी लेकिन अभीतक कुछ विशेष हो नही पाया है। वही जबकि अब सरकार को सेवाशर्त दे देनी चाहिए थी तब वह कमेटी के पुनर्गठन करके इसे चुनाव तक टालना चाहती है और उनकी मंशा साफ झलक रही है कि वे हमारे प्रति कितने सजग है। आगे उन्होंने कहा कि अगर अतिशीघ्र सरकार संघ के प्रतिनिधियों के साथ वार्ता नही करती है तो इसका खामियाजा उन्हें विधान परिषद के स्नातक एवं शिक्षक निर्वाचन में तथा उसके बाद विधानसभा चुनाव में भुगतना होगा जब शिक्षक जाती पाती से ऊपर उठकर इनके विरिद्ध मतदान करेंगे।