नीतीश कुमार के दरभंगा आगमन के बिरोध में हजारों गुब्बारा उड़ाकर जताया गया विरोध।
नीतीश कुमार गो बैक नारे के साथ दरभंगा शहर में निकाला गया पैदल मार्च।
एनपीआर-सीएए के खिलाफ विधानसभा से प्रस्ताव पारित करो- नही तो होगा आन्दोलन तेज़-नजरे आलम।
दरभंगा 23 फरवरी 2020
एनपीआर-सीएए- एनआरसी के खिलाफ आज 37वां दिन भी सत्याग्रह जारी है। इस अवसर पर आज बिहार के मुखिया नीतीश कुमार के दरभंगा आगमन पर लालबाग सत्याग्रह के द्वारा हजारो गुब्बारा उड़ाकर अपना विरोध दर्ज किया। तथा नीतीश कुमार गो बैक, एनपीआर को खारिज करो, नीतीश कुमार होश में आओ, सीएए पर रोक लगाओ नारा के साथ दरभंगा शहर में भारी संख्या में मार्च निकाला गया।
मार्च का नेतृत्व नजरे आलम, सबा प्रवीण, नाजिया हसन, साहिबा प्रवीण, मोतिउर रहमान, बदरूलहोदा खान, राजा खान, प्रिंस राज, इस्माईल अख्तर, शाहनवाज, अब्दुल्लाह, मो0 बशर, ज़ीशान अख्तर, हीरा नेजामी, मो0 मुन्ना, साजिद कैसर आदी ने किया।
मार्च में अमानुल्लाह अमन, सोनू मिकरानी, मो0 तमन्ने समेत भारी तादाद में पुरुष एवं महिलाएं शामिल हुईं।
मार्च के बाद सभा को संबोधित करते हुए ऑल इंडिया मुस्लिम बेदारी कारवां के राष्ट्रीय अध्यक्ष नजरे आलम ने कहा कि नीतीश कुमार को शर्म नहीं आती हैं कि वो मुसलमान का वोट लेकर मुसलमान से गद्दारी कर रहे हैं। उनका कोई अल्पसंख्यक योजना जमीन पर लागू नहीं होता है।
श्री आलम ने कहा कि पूरा देश अभी एनआरसी-एनपीआर- सीएए की आग में झुलसा हुआ है। और नीतीश कुमार वोट की रोटी सेक रहे हैं। पहले नीतीश कुमार विधानसभा से इस काला कानून के खिलाफ प्रस्ताव पारित करें फिर ये वोट की रोटी सेंके, नीतीश कुमार अगर एनपीआर पर अविश्वास प्रस्ताव पारित नहीं करते हैं तो जनता नीतीश कुमार को कुर्सी पर से उतारना भी जनती है। जनता इस बार किसी भी लुभाने वाले योजना के बहकावे में आने वाले नहीं हैं।
श्री आलम ने कहा कि अगर नीतीश कुमार काला कानून पर रोक नहीं लगाए तो आने वाले समय में जनता उनको सबक सिखाएगी।