त्यौहारों का मौसम खत्म होते ही दरभंगा एयरपोर्ट पर नागरिक उड्डयन सेवा हेतु, जमीनी स्तर पर निर्माण प्रक्रिया की गतिविधियां तेज हो गई हैं। इसी कड़ी में एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया की पटना और दिल्ली की संयुक्त टीम ने, दरभंगा एयरपोर्ट पहुँच रनवे का सर्वेक्षण किया। निर्माण कार्य शुरू होने से पहले इस दौरे को, रनवे सुदृढ़ीकरण के कार्य की रूप रेखा तैयार करने की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
दिल्ली, बंगलौर और मुंबई को होनी है उड़ान
बिहार के दूसरे शेड्यूल एयरपोर्ट दरभंगा से देश के तीन महत्वपूर्ण शहरों को स्पाइसजेट 189 सीटर विमान के साथ सेवा शुरू करने जा रही हैं। सेवा से पहले एयरफोर्स स्टेशन को सिविल एंकलेव मे परिवर्तित करने हेतु कई टेंडर निकाले जा चुके है। जिनमें रनवे सुदृढ़ीकरण, पोर्टा केबिन, पापी लाईट और टर्मिनल बिलडिंग से दरभंगा शहर को जोड़ने हेतु एप्रोच रोड प्रमुख है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के दौरे को इसी से जुड़ा हुआ माना जा रहा है। हाल ही रक्षा मंत्रालय से मिले अनापत्ति प्रमाण पत्र के बाद रनवे हेतु निर्माण सामग्री को एयरफोर्स स्टेशन मे लाकर रखने के जगह और फिर इसका इस्तेमाल कर रनवे निर्माण, इस दौरे का अहम पहलू रहा। निर्माण को लेकर रनवे का सर्वेक्षण कर जल्द ही टीम इस पर कार्य की रूपरेखा तैयार कर कार्य शुरू कर देंगी।
निर्माण कार्य का जल्द होगा शिलान्यास
टीम के सर्वे को सिविल एंकलेव को लेकर होने वाले उद्घाटन से भी जोड कर देखा जा रहा हैं, सूत्रों के अनुसार जल्द एयरपोर्ट के निर्माण कार्यों का शिलान्यास मुख्यमंत्री या केंद्रीय मंत्री द्वारा किया जा सकता है। इसी को लेकर रनवे सुदृढ़ीकरण कार्य के सर्वेक्षण को टीम ने दरभंगा का दौरा किया हैं। मालूम हो की पोर्टा केबिन निर्माण हेतु भी हाल में ही रक्षा मंत्रालय और एयरफोर्स स्टेशन दरभंगा द्वारा एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की टीम को लीज पर जमीन मुहैया कराया गया है। एयरपोर्ट पर स्थायी टर्मिनल निर्माण तक उड़ान हेतु उत्तर बिहार के लोगों के लिए पोर्टा केबिन काम करता रहेगा।