दरभंगा के प्रसिद्ध मिथिला आर्ट एवं मखाना की ब्रांडिंग करने का जिला प्रशासन ने बीड़ा उठाया.
अलग अलग फ्लेवर में प्रोसेस्ड मखाना की आकर्षक पैकेजिंग कराके बड़े बाजारों में बेचा जायेगा ।
जिलाधिकारी ने केवटी में मखाना प्रोसेसिंग यूनिट का भरमन कर मुआयना किया।
जिला प्रशासन, दरभंगा द्वारा जिला के प्रसिद्ध मखाना उत्पाद की ग्लोबल ब्रांडिंग करने का अभियान प्रारंभ कर दिया गया है। बिहार राज्य के मुख्यमंत्री सूक्ष्म एवं लघु उद्योग कलस्टर विकास योजना के तहत दरभंगा के प्रसिद्ध उत्पाद मखाना एवं विश्व प्रसिद्ध मिथिला पेंटिंग आर्ट की ग्लोबल ब्रीडिंग कार्य को मूर्त रूप देने के लिए प्रयास तेज हो गए हैं।
जिलाधिकारी, दरभंगा डॉ. त्यागराजन एस. एम. द्वारा इस बाबत आज कार्यालय प्रकोष्ठ में विभिन्न व्यवसायों से जुड़े उद्यमियों के साथ एक बैठक कर इनोवेटरी आईडिया के तहत मखाना प्रसंस्करण एवं मिथिला पेंटिंग व्यवसाय को विस्तार प्रदान करने की संभावनों पर विस्तार से चर्चा किया गया।
इसमें मिथिला इम्ब्रॉयडरी, मखाना प्रोसेसिंग एवं पेवर ब्लॉक का व्यवसाय उत्पादन शामिल हैं।
जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि प्रवासी कामगारों को रोजगार से जोड़ने हेतु राज्य सरकार द्वारा जिला में 50 लाख रुपये का इनोवेशन फंड प्रदान किया गया है। कहा कि एक यूनिट को प्रथम किश्त के रूप में 10 लाख रुपये दिए जाएंगे। इसमें कम से कम 10 प्रवासी कामगारों को पार्टनरशिप में रखनी होगी।
बैठक में उपस्थित दरभंगा के राजेश चौधरी ने मिथिला इब्रॉयडरी, केवटी के शत्रुघ्न प्रसाद ने मखाना प्रसंस्करण, मनीगाछी के श्याम आनंद झा ने पेबर ब्लॉक एवं मार्केटिंग के छात्र साकेत ने इस योजना के प्रोजेक्ट की मार्केटिंग कार्य में सहयोग प्रदान करने की सहमति प्रदान किया गया।
जिलाधिकारी एवं उप विकास आयुक्त द्वारा कार्य की महत्ता को देखते हुए आज ही केवटी में शत्रुघ्न प्रसाद के मखाना प्रसंस्करण प्लांट का भ्रमण का निरीक्षण किया गया।
उन्होंने कहा कि इनोवेशन फंड के तहत स्किल्ड एवं सेमि स्किल्ड प्रवासी कामगारों को बिजनेस पार्टनर के तौर पर हिस्सेदारी दिलाई जाएगी। कंपनी के शुद्ध मुनाफा में सबका हिस्सा बराबर का होगा।
उन्होंने कहा है कि दरभंगा के मखाना की क्वालिटी उम्दा हैं। मखाना की ग्रेडिंग करके अलग-अलग फ्लेवर में आकर्षक पैकेजिंग करके बाजारों में बेचा जायेगा।
कहा कि सरकार की ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की अनेक योजनाएं चल रही है। इन योजनाओं में पेवर ब्लॉक की काफी मांग हैं। कहा कि जल जीवन हरियाली अभियान के तहत बड़ी संख्या में तालाबों का जीर्णोद्धार कार्य, गली नाली का निर्माण, नये जलाशयों, कुओं आदि का निर्माण हो रहा है।
कहा कि तालाबों के भिंडा, कुआ के प्लेटफार्म, गली आदि में फेवर ब्लॉक बिछाया जाएगा। इसलिए फेवर ब्लॉक का व्यवसायिक उत्पादन होने से शीघ्र लाभ प्राप्त होंगे।
इस बैठक में जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम., उप विकास आयुक्त डॉ. कारी प्रसाद महतो, सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी, सभी वरीय उप समाहर्ता, विभिन्न व्यवसायों से जुड़े उद्यमी आदि सम्मिलित हुए।